प्रसिद्ध कुमाऊनी और गढ़वाली मुहावरे
प्रसिद्ध कुमाऊनी और गढ़वाली मुहावरे Famous Kumaoni and Garhwali idioms 👉कांणिं की चै न सकन, काणिं बिना रै न सकन। हिंदी अर्थ – अंधी को देख भी नहीं सकता, अंधी के बिना रह भी नहीं सकता। 👉मुस अरे गाव गाव, बिराउ हरी खेल। हिंदी अर्थ – चूहे को मुसीबत आई है और बिल्ली लगी है खेल में। 👉आपण-मैतक-ढूँग-लै-प्यार हूँ। हिंदी अर्थ – अपने मायके का पत्थर भी प्यारा लगता है। 👉अफणी देलिक कुकुर लेक भली हुँ | हिंदी अर्थ – अपने घर का कुत्ता भी अच्छा होता है। 👉खाणि खागे पतव चाटणि हाथ पडिगो। हिंदी अर्थ – खाना खाने वाला खा गया, बर्तन चाटने वाला हाथ पड़ गया। 👉ब्यान ब्यान बल्द हरान । हिंदी अर्थ – जिस समान से काम कर रहे है, काम करते करते उसी समान का खो जाना। 👉माॅव जानू माॅव जानू सबुलै कौय, ठाड़ी उकाॅय कैल नि देख। हिंदी अर्थ – मैं जाता हूं, मै जाता हूं सबने कहा, खड़ी चढ़ाई किसी ने नहीं देखी। 👉भगु कौतिक गोय, कौतिक कै नि लागि। हिंदी अर्थ – भगु मेला गया मेला ही नहीं लगा। 👉च्यल के देखछा, च्यलक यार देखो। हिंदी अर्थ – लड़के को क्या देखते हो, लड़के के दोस्तो को देखो। 👉मानसिंह कें मौनल चटकाइ, पानसिंह उसाड ! हिंदी अ