आरती- जय गोलज्यू महाराज.जय हो जय गोलज्यू महाराज, - Aarti- Jai Goljyu Maharaj. Jai Ho Jai Golju Maharaj,
आरती- जय गोलज्यू महाराज.जय हो जय गोलज्यू महाराज, चितई गोलू मंदिर, अल्मोडा आरती- जय गोलज्यू महाराज.जय हो जय गोलज्यू महाराज, जय हो जयगोलज्यू महाराज, ज्योति जलूनों तेरी. ज्योति जलूनों तेरी. सुफल करिए काज. जय गोलज्यू महाराज.....!!! पाड़ी में बगन तू आछे , लुवे को पिटार में नादान, देवा लुवे को पीटार में नादान. गोरी घाट भाना पायो. गोरी घाट भाना पायो. पड़ी गयो गोरिया नाम. जय हो जय गोलज्यू महाराज.....!!! हरुआ, कलुवा भाई तेरो, बड़ छेना जो दीवान, देवा बड़ छेना जो दीवान. माता कालिका तेरी. माता कालिका तेरी. बाबू झालो राज़. जय हो जय गोलज्यू महाराज.....!!! सुखिले लुकड़ टांक तेरो, कांठ का घोड़ में सवार, देवा काठ को घोड़ में सवार. लुवे की लगाम हाथयू में. लुवे की लगाम हाथयू में. चाबुक छू हथियार. जय हो जय गोलज्यू महाराज.....!!! न्याय तेरो हुं साची, सब उनी तेरो द्वार, देवा सब उनी तेरो द्वार. जो मांखी तेरो नो ल्यूं. जो मांखी तेरो नो ल्यूं. लगे वीक नय्या पार. जय गोलज्यू महाराज.....!!! दधू , बतास और नारियल, फूल चडनी तेरो द्वार, देवा फूल चडनी तेरो द्वार. प्रथम मंदीर चम्पावत. प्रथम मंदीर चम्पावत. फिर चितई,