garhwali कवहते प्रस्तुतकर्ता Team : Uttarakhandi को सितंबर 16, 2020 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जाण न पछ्याण मि त्येरु मैमान। अग्ने कि जगि मुछळी पैथरि आंदी। जन रमाळ च गौड़ी तन दुधाळ बी होंदी। दुति एक सरग मा थेकळी लगान्दी हैकि उदाड़ी लांदी।सुबेरो खायूं बाबो ब्यो कयूं हमेसा काम आन्दू। टिप्पणियाँ
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