उत्तराखंड में भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज तैयार, 3 लाख की आबादी को फायदा

 उत्तराखंड. टिहरी गढ़वाल।

उत्तराखंड में भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज तैयार, 3 लाख की आबादी को फायदा

उत्तराखंड में भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज तैयार, 3 लाख की आबादी को फायदा


कोरोना काल की चुनौतियों के बीच टिहरी-उत्तरकाशी के लोगों की एक बड़ी समस्या हल होने वाली है। टिहरी बांध पर बना देश का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज डोबरा-चांठी पुल बनकर तैयार है। टिहरी और उत्तरकाशी के लोग इस पुल के बनने का सालों से इंतजार कर रहे थे, अब ये इंतजार खत्म हो गया है। बहुत जल्द ये पुल प्रतापनगर के लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। 3 लाख की आबादी को इस पुल का फायदा मिलेगा। खूबसूरत डोबरा-चांठी पुल का वीडियो आपको दिखाएंगे, लेकिन उससे पहले इसकी खूबियां जान लेते हैं। प्रतापनगर की लाइफलाइन कहा जाने वाला डोबरा-चांठी पुल देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज है, इसे टिहरी झील के ऊपर बनाया गया है। पुल को आकर्षक बनाने के लिए इस पर अत्याधुनिक फसाड लाइटिंग सिस्टम भी लगाया जा रहा है, जिस पर पांच करोड़ की लागत आएगी।


इस तरह उत्तराखंड का ये शानदार ब्रिज दिल्ली के सिग्नेचर और कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की तरह जगमगाएगा। टिहरी बांध पर बने देश के सबसे लंबे सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज की लंबाई 725 मीटर है। इस पुल को बनने में 15 साल का वक्त जरूर लगा, लेकिन सालों की मेहनत के बाद बना ये पुल ना सिर्फ आवागमन का बेहतर जरिया बनेगा, बल्कि इससे टिहरी में पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा। इस पुल पर चलने वाले लोगों के लिए ये अनुभव शानदार और यादगार होने वाला है। डोबरा-चांठी पुल को पर्यटन की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


डोबरा-चांठी पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। पुल में सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है। पुल में मोटर मार्ग की चौड़ाई पांच मीटर और फुटपाथ 0.75 मीटर चौड़ा है। पुल के बनने से टिहरी-उत्तरकाशी के लोगों को काफी फायदा होगा। इस वक्त टिहरी से प्रतापनगर जाने के लिए पांच से छह घंटे लगते हैं। इस पुल के बन जाने के बाद टिहरी से प्रतापनगर का सफर डेढ़ घंटे में पूरा होगा। बात चाहे सुरक्षा की हो या फिर सुंदरता की...ये पुल हर पैमाने पर खरा उतरेगा। पुल पर बूम बैरियर भी लगाए गए हैं। पुल की भार क्षमता 16 टन है। इससे ज्यादा वजन के वाहन पुल पर नहीं जा सकेंगे। पुल के दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। डोबरा चांठी पुल का फायदा टिहरी ही नहीं उत्तरकाशी के लोगों को भी होगा। शुरुआत के वक्त डोबरा-चांठी पुल के लिए 89 करोड़ की लागत तय हुई थी, आज ये पुल 325 करोड़ रुपये के बजट को पार कर चुका है। टिहरी झील पर बना डोबरा-चांठी पुल प्रदेश में पर्यटन का आधार बनेगा।

एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।


डोबरा चांठी पुल। ( To the point)


1. 8 नवंबर, 2020 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा टिहरी-गढ़वाल ज़िले में टिहरी झील पर लंबे समय से प्रतीक्षित डोबरा-चांठी पुल का उद्घाटन किया गया। 

.यह देश का सबसे लंबा सिंगल लेन मोटरेबल सस्पेंसन ब्रिज है

2. 725 मीटर लंबे इस पुल को सार्वजनिक उपयोग के लिये खोल दिया गया है।

3.यह टिहरी और प्रताप नगर के बीच यात्रा के समय में 1.5-5 घंटे की कटौती करेगा।

4.टिहरी बांँध भारत का सबसे ऊँचा और दुनिया के सबसे ऊँचे बाँधों में से एक है। यह उत्तराखंड में टिहरी के पास भागीरथी नदी पर बनाया गया है।

5. उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में अवस्थित टिहरी झील (Tehri lake) एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।


एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।


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