Historical Heritage shyaamalaataal ("श्यामलाताल" #ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल)

 "श्यामलाताल" #ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल

"श्यामलाताल" ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल

"श्यामलाताल" ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल


श्याम यानी गहरा काला रंग, इसी रंग के जल से भरी एक ताल जनपद चंपावत की टनकपुर तहसील से 22.6 किलोमीटर दूरी पर सुखी ढाक नामक कस्बे के करीब समुद्र तल से 1500 की ऊंचाई पर स्थित है।

श्यामलाताल अपने विहंगम दृश्य और शांत वातावरण के कारण पर्यटकों को स्वर्ग से सुंदरता का अनुभव कराती है, इसी प्राकृतिक खूबसूरती के वजह से यहां साल 1913 में  स्वामी विवेकानंद ने एक आश्रम की स्थापना की थी जो आज भी सरोवर के किनारे देखने को मिलता है।

इसी के साथ यहां आयोजित होने वाला प्रसिद्ध झूला मेला पर्यटकों को हर साल लुभाता है।

आपको जब कभी अवसर मिले तो इस स्थान का भ्रमण जरूर करें और साथ ही ध्यान रहे कि प्रकृति के प्रति उदार रहना मानव सभ्यता का अभिन्न अंग रहा है तो किसी भी तरह का प्रदूषण या प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग ना करें।

#ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल

श्यामलाताल , टनकपुर से चम्पावत की ओर लगभग 22 कि.मी. दूरी पर स्थित एक पर्यटन स्थल है | श्यामलाल एक प्राकृतिक झील है जो कि खटीमा शहर से 30 किमी दूर स्थित एक सुंदर गांव में स्थित है । जैसा कि नाम से ही स्पष्ठ है कि झील “श्याम” शब्द से जानी जाती है | जिसका मतलब है कि हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण को वर्णित करने के लिए थोड़े गहरे जटिल रंग का प्रयोग किया जाता है । श्यामलाताल कुमाऊं क्षेत्र में सबसे सुखी और आकर्षक झीलों में से एक है । यह जगह सभी आध्यात्मिक साधकों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार स्थान है । श्यामलाताल पिथौरागढ़ के मार्ग पर उत्तराखंड के चंपावत जिले में है । यह सरदा घाटी में 1500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है , झील को एक तरफ मैदानी इलाकों और दूसरे पर विशाल हिमालय के बीच बसाया गया है । ओक (बांझ) के आसपास के जंगलों में उपस्थित पाइन(चीड़), साल, देवदार, रोडोडेंड्रॉन(बुरांश) और हिमालयी सिदार समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के लिए एक अभयारण्य(Sanctuary) हैं ।

झील क्षेत्र में लगभग 1.5 वर्ग किलोमीटर फैली है। चन्द वंश के युग के खंडहर आसपास के क्षेत्र में वर्तमान समय में भी दिखाई देते हैं । इस स्थान पर स्वामी विवेकानन्द जी की ध्यान स्थली के रूप में वर्तमान समय में एक आश्रम स्थापित है । यह क्षेत्र विवेकानंद आश्रम के लिए सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय है , आश्रम की स्थापना 1913 में स्वामी विवेकानंद के द्वारा की गयी थी । आश्रम में यहां कई लोगों के लिए एक स्वास्थ्य केंद्र , पुस्तकालय आदि जैसी कई सेवाएं उपलब्ध है। तीर्थस्थल के रूप में “श्री रामकृष्ण परहंस” और अन्य पर्यटक एवम् कई भक्त आश्रम का दौरा करते हैं । क्षेत्र में पर्यटकों को लुभाने के लिए 2001 में पर्यटन आवास गृह भी बनाया गया है । प्रसिद्ध झूला मेला हर साल यहां आयोजित होता है और सभी कुमाऊं क्षेत्र में लोगों को आकर्षित करती है । श्यामलाताल दुर्लभ गुलाबों के फुलो के लिए भी जाना जाता है , जो कि इस क्षेत्र में पाया जाता है । श्यामलाताल के स्वच्छ एवं नीले जल पर नौका चला कर आनन्द लिया जा सकता है ।

"श्यामलाताल" ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल

"श्यामलाताल" ऐतिहासिक_धरोहर_श्यामलाताल


चंपावत जिले मे श्यामलाताल के अलवा मायावती आश्रम , माउंट एबट , बाणासुर का किला , गुरुद्वारा रीठा साहिब , एक हथिया का नौला और लोहाघाट जैसे जगहो मे घुम सकते है |

हमारी धरोहर हमारी संस्कृति है इसे सवारे और सहेज कर रखें....✌️

टिप्पणियाँ