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केदारनाथ शायरी: प्रेम, भक्ति और यात्रा का संगम - #KedarnathShayari #BholenathShayari #KedarnathYatra #ShivBhakt #Kedarnath #MahadevShayari

केदारनाथ शायरी: प्रेम, भक्ति और यात्रा का संगम परिचय केदारनाथ धाम हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र धाम में बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने आते हैं। हिमालय की बर्फीली वादियों में स्थित यह स्थान एक आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है। यहाँ आने वाले भक्त केवल दर्शन करने ही नहीं आते, बल्कि उन्हें इस दिव्यता का अनुभव भी होता है। आइए, इन शायरियों के माध्यम से केदारनाथ धाम की यात्रा, भक्ति और उसकी महिमा को महसूस करते हैं। परिवार और यात्रा का आनंद वो खूबूसरत सफर होगा जिसमें परिवार साथ हो, सर्द हवाएं क्या बीमार करेंगी अगर मंजिल केदारनाथ हो। उदक कुण्ड है अधम पावन, रेतस कुण्ड मनोहरम। हंस कुण्ड समीप सुन्दर, जय केदार नमाम्यहम। परिवार के साथ केदारनाथ धाम की यात्रा एक अद्भुत अनुभव है। ठंडी हवाओं के बीच बाबा भोलेनाथ के दर्शन का सुख, हर भक्त के जीवन में अद्वितीय अनुभव जोड़ता है। केदारनाथ धाम की अद्भुत महिमा जब केदारनाथ धाम में जमी बर्फ पिघल जायेगी, फिर बाबा भोलेनाथ के भक्तों की भीड़ उमड़ जायेगी। मेरे किस्मत के दरवाजे केदारनाथ के कापट खुलने के साथ खुल जाते हैं। केदारनाथ की महिमा

3 अक्टूबर, 1994 देहरादून गोलीकाण्ड में शहीद हुए वीर सपूत

3 अक्टूबर, 1994 देहरादून गोलीकाण्ड में शहीद हुए वीर सपूत 3 अक्टूबर, 1994 को उत्तराखंड के अलग राज्य की मांग के आंदोलन में देहरादून, कोटद्वार और नैनीताल में घटित गोलीकांडों ने कई निर्दोष लोगों की जान ली। ये घटनाएं उस समय की हैं जब उत्तराखंड के लोग अपने अधिकारों और पृथक राज्य के लिए संघर्ष कर रहे थे। इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में कई युवा शहीद हो गए। उनके बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। आइए, इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके बलिदान को याद करते हैं। 3 अक्टूबर, 1994 देहरादून गोलीकाण्ड में शहीद हुए वीर सपूत अमर शहीद बलवन्त सिंह सजवाण पिता: श्री भगवान सिंह सजवाण ग्राम: मल्हाण, नयागाँव, देहरादून बलवन्त सिंह सजवाण ने अपने जीवन का बलिदान उत्तराखंड की पृथक राज्य की मांग को समर्थन देते हुए दिया। उनका नाम इस आंदोलन के इतिहास में अमर हो गया है। अमर शहीद दीपक वालिया पिता: श्री ओम प्रकाश वालिया ग्राम: बद्रीपुर, देहरादून दीपक वालिया एक युवा थे जिन्होंने अपने क्षेत्र के लिए समर्पण दिखाते हुए अपने जीवन की आहुति दी। उनका साहस और संघर्ष हमें प्रेरणा देता है। अमर शहीद राजेश रावत माता: श्