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भगवान्‌ शिव द्वारा भस्म, भस्म स्नान एवं शिव योगियों की महिमा का प्रतिपादन | Lord Shiva's rendering of ashes, bathing in ashes and the glory of Shiva yogis

भगवान्‌ शिव द्वारा भस्म, भस्म स्नान एवं शिव योगियों की महिमा का प्रतिपादन

भगवान् शिव ने महापुराण में भस्म स्नान के महत्व और शिव योगियों की महिमा का विस्तृत वर्णन किया है। वे कहते हैं:

1. शिव का वचन: 

भगवान् शिव ने कहा, "हे मुनि! मैं आपको भस्म के सम्पूर्ण महात्म्य के बारे में बताने जा रहा हूँ। इस जगत में प्रत्येक कर्म का फल अग्नि द्वारा ही धारण किया जाता है। अग्नि से ही यह सम्पूर्ण जगत बार-बार भस्मीभूत होता है और इस भस्म से उत्पन्न हुआ ओज समस्त प्राणियों को जीवित करता है।"

2. भस्म की महिमा: 

भगवान शिव के अनुसार, भस्म ही हर एक प्रकार के पाप को नष्ट करता है और वह समस्त शुभ कर्मों का आधार है। भस्म के कारण मनुष्य के पाप जलकर नष्ट हो जाते हैं, ठीक वैसे जैसे अग्नि अपने तेज से वन को दग्ध कर देती है।

3. भस्म स्नान के लाभ: 

जो मनुष्य अग्निहोत्र करते हुए भस्म स्नान करता है, वह सभी पापों से मुक्त हो जाता है। भस्म का प्रयोग शुद्धता की ओर अग्रसर करता है। जो व्यक्ति भस्म स्नान करता है, वह स्वयं को पवित्र कर भगवान शिव के समीप पहुंचता है और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त हो जाता है।

4. शिव योगी की महिमा: 

शिव ने योगियों की महिमा का भी उल्लेख किया है। जो व्यक्ति पाशुपत योग और अन्य योगों का अनुसरण करते हैं, वे अपने सभी विकारों को दूर कर परम ज्ञान की प्राप्ति करते हैं। ऐसे योगी संसार की समस्याओं से ऊपर उठकर भगवान शिव के साथ एकात्मता प्राप्त करते हैं। वे सर्वश्रेष्ठ भक्त बनते हैं, और उनकी पूजा के बिना अन्य सभी पूजा अधूरी मानी जाती है।

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लिंग पुराण : भगवान्‌ शिव द्वारा भस्म, भस्मस्नान एवं शिव योगियों की महिमा का प्रतिपादन |

5. भस्म और उसके उपयोग का रहस्य: 

भगवान शिव ने यह भी बताया कि भस्म स्नान से शरीर एवं आत्मा दोनों पवित्र होते हैं। जो योगी भस्म स्नान करता है, वह न केवल शारीरिक दृष्टि से शुद्ध होता है, बल्कि मानसिक और आत्मिक रूप से भी उच्चतर स्थिति में पहुंचता है। भस्म का हर कण उस योगी के जीवन में उजाला और शुद्धता लेकर आता है, जिससे वह मोक्ष की प्राप्ति करता है।

निष्कर्ष: 

भगवान शिव द्वारा भस्म स्नान का महत्व न केवल शारीरिक शुद्धता में बल्कि मानसिक और आत्मिक उन्नति में भी है। भस्म से युक्त व्यक्ति समस्त पापों से मुक्त होकर भगवान शिव के मार्ग पर चलता है और अंततः मोक्ष की प्राप्ति करता है। शिव योगियों की पूजा और भस्म स्नान से व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है।

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