Devbhumi, Uttarakhand - देवभूमि उत्तराखंड
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देवभूमि उत्तराखंड
देवभूमि की धरती पर, अनुपम सुन्दरता छाई है,
हिमालय की गोद में, शांति की परछाई है।
गंगा यमुना की धाराएँ, यहाँ का गान सुनाती हैं,
प्रकृति के हर कोने में, नयी आशा जगाती हैं।
हरिद्वार के घाटों पर, आस्था की बहती धारा,
कुमाऊँ गढ़वाल की वादियाँ, हर पल खींचे हमारा।
चार धाम की यात्रा में, भक्ति का अनुभव होता,
बद्रीनाथ के दर्शन से, जीवन सार्थक होता।
हिमाच्छादित पर्वतों में, ऋषिकेश की साधना,
अलकनंदा की लहरों में, गूंजती है प्राचीन वंदना।
नैनीताल की झीलें, मन को शीतल करती हैं,
मसूरी की वादियाँ, जीवन को रंगीन करती हैं।
केदारनाथ की ऊँचाई, जहाँ शिव का धाम है,
यमुनोत्री-गंगोत्री, पवित्र नदियों का नाम है।
उत्तराखंड की माटी में, वीरों का भी वास है,
हर घर में बसता, वीरता का इतिहास है।
फूलों की घाटी में, प्रकृति का अनुपम नजारा,
देवभूमि के कण-कण में, बसता है सारा संसार।
उत्तराखंड की सुंदरता, दिल को मोह लेती है,
देवभूमि की महिमा, सबको सम्मोहित कर देती है।
ऊँची-ऊँची चोटियों पर, बर्फ की चादर बिछी है,
हरी-भरी घाटियों में, हरियाली की रचना सजी है।
यहाँ के लोग सादगी में, जीते हैं सारा जीवन,
उत्तराखंड की धरती पर, हर कोई बनता है दिव्यजन।
देवभूमि उत्तराखंड, तुझसे सदा प्यार है,
तेरी गोद में बसा, हमारा सारा संसार है।
तेरी महिमा गाते हैं, तेरे गुण गुनगुनाते हैं,
देवभूमि उत्तराखंड, तुझसे सदा प्यार है।
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