Uttarakhand Geography / उत्तराखंड का भूगोल

Uttarakhand Geography / उत्तराखंड का भूगोल

  1. उत्तराखण्ड के प्रमुख लोकनृत्य ]
  2.  [2 -  Uttarakhand ke Pramukh Loknrityan ]
  3. उत्तराखण्ड के प्रमुख त्यौहार ] 
  4. उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला ] 
  5. फूलदेई त्यौहार]
  6. उत्तराखण्ड में सिंचाई और नहर परियोजनाऐं ]
  7. उत्तराखंड की प्रमुख फसलें ]
  8. उत्तराखण्ड की मृदा और कृषि ]
  9. उत्तराखण्ड में उद्यान विकास का इतिहास ]
  10. उत्तराखंड के प्रमुख बुग्याल ] 
  11. 2 उत्तराखंड के प्रमुख बुग्याल ]
  12. उत्तराखंड में वनों के प्रकार ]
  13. उत्तराखंड के सभी वन्य जीव अभ्यारण्य ]
  14. उत्तराखंड की प्रमुख वनौषिधियां या जड़ी -बूटियां ]
  15. उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

उत्तराखंड की प्रमुख नदियाँ 

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

उत्तराखंड सामान्य ज्ञान,Uttarakhand General Knowledge, click 👇👇

  1. उत्तराखण्ड का सामान्य परिचय (General Introduction of Uttarakhand)uttarakhand ka samanya parichay
  2. उत्तराखंड का मध्यकालीन इतिहास(Medieval History of Uttarakhand)uttarakhand ka madhyakalin itihas
  3. उत्तराखंड में कृषि सिंचाई एवं पशुपालन(Agriculture Irrigation and Animal Husbandry in Uttarakhand)uttaraakhand mein krshi sinchaee evan pashupaalan
  4. उत्तराखण्ड की जलवायु एवं मृदा(Climate and soil of Uttarakhand) Climate and soil of Uttarakhand
  5. पृथक राज्य के रूप में उत्तराखंड की स्थापना (Establishment of Uttarakhand as a separate state)
  6. उत्तराखण्ड में अभयारण्य एवं राष्ट्रीय उद्यान(Sanctuaries and National Parks in Uttarakhand) uttaraakhand mein abhayaarany evan raashtreey udyaan
  7. उत्तराखंड में वन- सम्पदा(Forest wealth in Uttarakhand)uttaraakhand mein van- sampada
  8. उत्तराखण्ड की प्रमुख झीलें, ताल एवं ग्लेशियर(Major lakes, ponds and glaciers of Uttarakhand) uttaraakhand kee pramukh jheelen, taal evan gleshiyar
  9. उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाएं(Natural disasters in Uttarakhand)uttaraakhand mein praakrtik aapadaen
  10. उत्तराखंड में कृषि सिंचाई एवं पशुपालन(Agriculture Irrigation and Animal Husbandry in Uttarakhand) uttaraakhand mein krshi sinchaee evan pashupaalan
  11. उत्तराखंड में कृषि सिंचाई एवं पशुपालन(Agriculture Irrigation and Animal Husbandry in Uttarakhand) uttaraakhand mein krshi sinchaee evan pashupaalan
  12. उत्तराखंड का आधुनिक इतिहास (Modern History of Uttarakhand)
  13. उत्तराखंड की औद्योगिक संरचना (Industrial Structure of Uttarakhand)
  14. उत्तराखंड के धार्मिक स्थल (Religious Places in Uttarakhand)
  15. उत्तराखंड में नदियों का अपवाह तंत्र (Drainage system of rivers in Uttarakhand)
  16. उत्तराखंड में शिक्षा एवं स्वास्थ्य (Education and Health in Uttarakhand)
  17. उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major tourist places in Uttarakhand)
  18. उत्तराखंड की लोक कला एवं संस्कृति (Folk art and culture of Uttarakhand)
  19. उत्तराखंड के पर्व त्योहार मेले एवं आभूषण (Festivals of Uttarakhand, Festivals Fairs and Jewellery)
  20. उत्तराखंड की अनुसूचित जातियां (Scheduled Castes of Uttarakhand)
  21. उत्तराखंड की भाषा एवं साहित्य (Language and Literature of Uttarakhand)
  22. उत्तराखंड की राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरचना (Political and Administrative Structure of Uttarakhand)
  23. उत्तराखंड में परिवहन एवं जनसंचार व्यवस्था (Transport and Mass Communication System in Uttarakhand)
  24. उत्तराखंड में खेल प्रमुख पुरस्कार एवं सैन्य परंपरा (Sports Major Awards and Military Traditions in Uttarakhand)
  25. प्रमुख कल्याणकारी योजनाएं एवं कार्यक्रम (Major Welfare Schemes and Programmes)
  26. उत्तराखंड के प्रमुख व्यक्तित्व(Major personalities of Uttarakhand)
  27. उत्तराखंड में खनिज एवं ऊर्जा संसाधन(Mineral and Energy Resources in Uttarakhand )
  28. उत्तराखंड जनांकिकी जनसंख्या (Uttarakhand Demographic Population)
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
उत्तराखण्ड राज्य का क्षेत्रफल 53,484 वर्ग किमी और जनसंख्या 8,479,562 (2001 की जनगणना के अनुसार) है। उत्तराखण्ड भारत के उत्तर - मध्य भाग में स्थित है। यह पूर्वोत्तर में तिब्बत, पश्चिमोत्तर में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण - पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण - पूर्व में नेपाल से घिरा है। उत्तराखण्ड का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 28° 43’ उ. से 31°27’ उ. और रेखांश 77°34’ पू. से 81°02’ पू के बीच में 53,483 वर्ग किमी है, जिसमें से 43,035 किमी पर्वतीय है और 7,448 किमी मैदानी है, तथा 34,651 किमी भूभाग वनाच्छादित है। राज्य का अधिकांश उत्तरी भाग वृहद्तर हिमालय श्रृंखला का भाग है, जो ऊँची हिमालयी चोटियों और हिमनदियों से ढका हुआ है, जबकि निम्न तलहटियाँ सघन वनों से ढकी हुई हैं जिनका पहले अंग्रेज़ लकड़ी व्यापारियों और स्वतन्त्रता के बाद वन अनुबन्धकों द्वारा दोहन किया गया। हाल ही के वनीकरण के प्रयासों के कारण स्थिति प्रत्यावर्तन करने में सफलता मिली है। हिमालय के विशिष्ठ पारिस्थितिक तन्त्र बड़ी संख्या में पशुओं - जैसे भड़ल, हिम तेंदुआ, तेंदुआ, और बाघ, पौंधो, और दुर्लभ जड़ी-बूटियों का घर है। 

भूमि

यद्यपि उत्तराखण्ड में धूल भरे मैदान जगह-जगह छाए हुए हैं, फिर भी यह क्षेत्र ख़ासा वनाच्छादित और अत्यधिक पहाड़ी है। बर्फ़ से ढकी चोटियाँ, गहरी खाइयाँ, गरजती जल धाराओं और सुन्दर झीलों से युक्त इस क्षेत्र की भू-आकृति अत्यन्त विविधतापूर्ण है। ऊँचे पहाड़ों के हिमनद गंगा और यमुना नदी के स्रोत हैं। सबसे ऊँचे पर्वत शिखरों में से कुछ उत्तरांचल में स्थित हैं, जैसे -

  • नंदा देवी 7,817 मीटर
  • बद्रीनाथ 7,138 मीटर
  • सतोपंथ 7,075 मीटर
  • त्रिशूल 7,120 मीटर
  • केदारनाथ 6,940 मीटर
  • कामेट 7,756 मीटर
  • नीलकंठ 6,596 मीटर
अधिकांश शिखरों को हिन्दू मतावलम्बी पवित्र उपासना स्थलों के रूप में पूजते हैं। सांस्कृतिक और राजनीतिक तौर पर उत्तराखण्ड गढ़वाल और कुमाऊँ के रूप में दो प्रमुख भागों में बँटा हुआ है, जिसमें से प्रत्येक को तीन भू-आकृतियों में बाँटा जा सकता है, जो पश्चिमोत्तर से दक्षिण-पश्चिम की ओर एक-दूसरे के समानान्तर चलती हैं।

उत्तरी खण्ड हिमाद्रि के नाम से प्रसिद्ध है और यहाँ ज़ास्कर पर्वतमाला व 3,000 से 7,000 की ऊँचाई वाला मुख्य हिमालय है। ज़्यादातर उपरोक्त चोटियाँ इसी भूखण्ड में स्थित हैं।
हिमालय के बाद दक्षिण में 2,000 से 3,000 मीटर की ऊँचाई पर हिमालय नाम से प्रसिद्ध निम्न हिमालय स्थित है। यहाँ पर एक रेखा में दो पर्वत श्रृंखलाएँ मसूरी और नाग टिब्बा व पहाड़ी पर्यटन स्थल मसूरी, नैनीताल, नौकुचिया ताल, रानीखेत और बहुत-सी सुन्दर झीलें, जैसे नैनीताल, भीमताल व सातताल हैं।
दक्षिणतम खण्ड में शिवालिक पहाड़ियाँ हैं, जो 300 से 3,000 मीटर की ऊँचाई वाले तराई क्षेत्र में मिलती हैं। शिवालिक का दक्षिणी सिरा संरचनात्मक अवसादों से बना है, जिसे स्थानीय तौर पर दून, देहरादून कहते हैं।
अपवाह
उत्तराखण्ड राज्य गंगा जल प्रणाली की अनेक नदियों के द्वारा सिंचित है। यद्यपि गंगा प्रणाली उत्तराखण्ड में कम ही प्रचलित है। सुदूर पश्चिमी नदी प्रणाली टोन्स और यमुना से मिलकर बनती है। इसके पूर्व में गंगा की प्रमुख सहायक नदियाँ भागीरथी, मन्दाकनी, अलकनन्दा और पिंडर हैं। पूर्व में और आगे रामगंगा व कोसी नदियाँ बहती हैं। दक्षिण - पूर्व में बहने वाली नदियाँ सरजु, गौरीगंगा और धौलीगंगा हैं। घाटियाँ बारहमासी नदियों द्वारा निर्मित गहरे दर्रों से बनी हैं। इन नदियों को मुख्य हिमालय और ज़ास्कर श्रृंखला से सतत बहकर आने वाली बर्फ़ से पानी मिलता है। ये नदियाँ जलविद्युत उत्पादन का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं।

मृदा

उत्तराखण्ड में मिट्टी की विभिन्न क़िस्में पाई जाती हैं और सभी मृदा अपरदन के प्रति संवेदनशील हैं। उत्तर में कंकरीली (हिमनदों के साथ बहकर आया कचरा) से लेकर 'कठोर मिट्टी' तक पाई जाती है। आगे दक्षिण में वनों की 'भूरी मिट्टी' मिलती है, जो प्राय: उथली, कंकरीली और प्रचुर जैविक अवयवों से युक्त होती है। निम्न हिमालय की तराई और शिवालिक पहाड़ियों पर 'भाबर मिट्टी' मिलती है, जो अधिकतर खुरदरी, 'बलुई' से कंकरीली, अत्यधिक रंध्रिल और मुख्यत: बंजर है। सुदूर दक्षिण-पूर्व में मिलने वाली तराई की मिट्टी की संरचना 'चिकनी', 'दोमट' और 'महीन बालू' व खाद की कुछ मात्रा से युक्त होती है। यह मिट्टी चावल और गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त है।

नदियाँ

भारत की दो सबसे महत्त्वपूर्ण नदियाँ गंगा और यमुना इसी राज्य में जन्म लेतीं हैं, और मैदानी क्षेत्रों तक पहुँचते मार्ग में बहुत से तालाबों, झीलों, हिमनदियों की पिघली बर्फ़ से जल ग्रहण करती हैं।

वन

उत्तराखण्ड, हिमालय श्रृंखला की दक्षिणी ढलान पर स्थित है, और यहाँ मौसम और वनस्पति में ऊँचाई के साथ बहुत परिवर्तन होता है, जहाँ सबसे ऊँचाई पर हिमनद से लेकर निचले स्थानों पर उपोष्णकटिबंधीय वन हैं। सबसे ऊँचे उठे स्थल हिम और पत्थरों से ढके हुए हैं। उनसे नीचे, 5000 से 3000 मीटर तक घास भूमि और झाड़ी भूमि है। समशीतोष्ण शंकुधारी वन, पश्चिम हिमालयी उपअल्पाइन शंकुधर वन, वृक्षरेखा से कुछ नीचे उगते हैं। 3000 से 2600 मीटर की ऊँचाई पर समशीतोष्ण पश्चिम हिमालयी चौड़ी पत्तियों वाले वन हैं जो 2600 से 1500 मीटर की उँचाई पर हैं। 1500 मीटर से नीचे हिमालयी उपोष्णकटिबंधीय पाइन वन हैं। उंचे गंगा के मैदानों में नम पतझड़ी वन हैं और सुखाने वाले तराई-दुआर सवाना और घासभूमि उत्तर प्रदेश से लगती हुई निचली भूमि को ढके हुए है। इसे स्थानीय क्षेत्रों में 'भाभर' के नाम से जाना जाता है। निचली भूमि के अधिकांश भाग को खेती के लिए साफ़ कर दिया गया है।

राष्ट्रीय उद्यान

भारत के निम्नलिखित राष्ट्रीय उद्यान इस राज्य में हैं, जैसे - जिम कोर्बेट राष्ट्रीय पार्क (भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान) रामनगर, नैनीताल ज़िले में, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान और नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, चमोली ज़िले में हैं और दोनो मिलकर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, राजाजी राष्ट्रीय उद्यान हरिद्वार ज़िले में, और गोविंद पशु विहार और गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान उत्तरकाशी ज़िले में है।



FAQ

उत्तराखंड को कितने भौगोलिक क्षेत्र में बांटा गया है?
देश के भीतर उत्तर प्रदेश दक्षिण में और हिमाचल प्रदेश उत्तर पश्चिम में इसके पड़ोसी हैं। उत्तराखण्ड के दो मण्डल हैं: कुमाऊँ और गढ़वाल।

  1. उत्तराखण्ड के प्रमुख लोकनृत्य ] [2 -  Uttarakhand ke Pramukh Loknrityan ]
  2. उत्तराखण्ड के प्रमुख त्यौहार ] [ उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला ] [ फूलदेई त्यौहार]
  3. उत्तराखण्ड में सिंचाई और नहर परियोजनाऐं ]
  4. उत्तराखंड की प्रमुख फसलें ]
  5. उत्तराखण्ड की मृदा और कृषि ]
  6. उत्तराखण्ड में उद्यान विकास का इतिहास ]
  7. उत्तराखंड के प्रमुख बुग्याल ] [ 2 उत्तराखंड के प्रमुख बुग्याल ]
  8. उत्तराखंड में वनों के प्रकार ]
  9. उत्तराखंड के सभी वन्य जीव अभ्यारण्य ]
  10. उत्तराखंड की प्रमुख वनौषिधियां या जड़ी -बूटियां ]
  11. उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान 

उत्तराखण्ड के प्रमुख लोकनृत्य | Uttarakhand ke Pramukh Loknrityan ] [ उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक नृत्य - Famous Folk Dances of Uttarakhand ] [ उत्तराखण्ड के प्रमुख त्यौहार | Uttrakhand ke Pramukh Tyohaar ] [ फूलदेई त्यौहार - Phuldei Festival ] [ उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला -Harela, the folk festival of Uttarakhand ] [ उत्तराखण्ड में सिंचाई और नहर परियोजनाऐं | - Irrigation And Canal Project in Uttarakhand ] [ उत्तराखंड की प्रमुख फसलें | Major Crops of Uttarakhand ] [ उत्तराखण्ड की कृषि - Agriculture of Uttarakhand ]

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major tourist places in Uttarakhand)

उत्तराखंड में कृषि सिंचाई एवं पशुपालन(Agriculture Irrigation and Animal Husbandry in Uttarakhand) uttaraakhand mein krshi sinchaee evan pashupaalan

उत्तराखंड की भाषा एवं साहित्य (Language and Literature of Uttarakhand)

उत्तराखण्ड: एक नया राज्य, एक नई शुरुआत - Uttarakhand: A New State, A New Beginning

उत्तराखंड राज्य में स्थित राष्ट्रीय उद्यान (National park located in the state of Uttarakhand)

गब्बर सिंह नेगी, इनकी बहादुरी को आज भी याद (Gabbar Singh Negi still remembers his bravery )

उत्तराखंड के प्रयाग नंदप्रयाग के अधिक जानकारी