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उत्तराखंड की भाषा एवं साहित्य (Language and Literature of Uttarakhand)
उत्तराखंड की भाषा एवं साहित्य (Language and Literature of Uttarakhand)
- उत्तराखण्ड में बोली जाने वाली भाषाओं के समूह को क्या कहा जाता है? पर्वतीय, पहाड़ी, उत्तराखण्ड बोली
- रामायण', 'महाभारत', 'वायु पुराण', 'शतपथ ब्राह्मण' और 'ब्रह्माण्ड पुराण' में जिस आर्य भाषा का उल्लेख मिलता है वह किस क्षेत्र से सम्बन्धित हैं उत्तराखण्ड
- उत्तराखण्ड की प्रथम राजकीय भाषा कौन-सी है? हिन्दी
- उत्तराखण्ड की द्वितीय राजकीय भाषा कौन-सी है? संस्कृत
- उत्तराखण्ड में किस वर्ष उत्तराखण्ड भाषा संस्थान तथा उत्तराखण्ड हिन्दी अकादमी की स्थापना की गई थी? 2009
- उत्तराखण्ड के किस संस्थान का मुख्य कार्य हिन्दी एवं अन्य भाषाओं का प्रचारप्रसार, शोध, अनुवाद, साहित्य संग्रह, सरकारी गजटों का अनुवाद करना है उत्तराखण्ड भाषा संस्थान
- उत्तराखण्ड में किस वर्ष डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के नाम को हिन्दी अकादमी के नाम के आगे लगाया गया था? वर्ष 2011
- उत्तराखण्ड में वर्ष 2016 में उत्तराखण्ड बोली भाषा संस्थान कार्यालय को कहाँ प्रारम्भ किया गया था? गौचर (चमोली)
- उत्तराखण्ड के किस संस्थान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में बोली-भाषाओं के साहित्य सृजन में सहायता करना है? उत्तराखण्ड बोली भाषा संस्थान
- उत्तराखण्ड के किन नगरों में उत्तराखण्ड बोली भाषा संस्थान के संकलन उपस्थित हैं? श्रीनगर, देहरादून, अल्मोड़ा
- हिन्दी भाषा की कितनी उपभाषाएँ हैं? पाँच (राजस्थानी हिन्दी, बिहारी हिन्दी, पूर्वी हिन्दी, पश्चिमी हिन्दी, पहाड़ी हिन्दी)
- पहाड़ी हिन्दी की पाँच उपभाषाओं के अन्तर्गत कितनी बोलियाँ बोली जाती हैं? 18 बोलियाँ
- मुख्य रूप से पहाड़ी हिन्दी बोली के कितने प्रकार हैं? तीन (पूर्वी पहाड़ी, मध्य पहाड़ी, पश्चिमी पहाड़ी)
- उत्तराखण्ड का पूरा क्षेत्र किस बोली के अन्तर्गत आता है? पहाड़ी हिन्दी
- उत्तराखण्ड में मध्य पहाड़ी के अन्तर्गत कौन-सी बोली आती है? गढ़वाली, कुमाऊँनी बोलियाँ
- उत्तराखण्ड में पहाड़ी हिन्दी के अतिरिक्त कौन-सी बोली बोली जाती हैं? पंजाबी, बांग्ला व उर्दू
- उत्तराखण्ड की कुमाऊँनी व गढ़वाली बोलियों के लेखन में किस लिपि का प्रयोग किया जाता है? देवनागरी लिपि
- गढ़वाल और कुमाऊँ के सीमावर्ती क्षेत्रों में बोली जाने वाली मिश्रित बोली है मझकुमैया
- मझकुमैया बोली किन बोलियों का मिश्रण होती हैं? गढ़वाली, कुमाऊँनी कुमाऊँनी भाषा
- उत्तराखण्ड के मैदानी और जनजातीय क्षेत्रों को छोड़कर सम्पूर्ण कुमाऊँ क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? कुमाऊँनी भाषा
- किस भाषा से कुमाऊँनी बोली का विकास हुआ था? शैरसेनी अपभ्रंश
- उत्तराखण्ड में दरद, खस, पैशाची व प्राकृत बोली से किस भाषा का विकास हुआ था? कुमाऊँनी भाषा
- साहित्यिक कुमाऊँनी के आदि कवि माने जाते हैं लोकरन गुमानी पन्त
- कुमाऊँनी बोली के प्रथम भाषा वैज्ञानिक हैं गंगादत्त उप्रेती
- डॉ. त्रिलोचन पाण्डेय ने उच्चारण, ध्वनि तत्त्व और रूप रचना के आधार पर कुमाऊँनी को कितने भागों में बाँटा है? 4 भाग
- डॉ. त्रिलोचन पाण्डेय ने कुमाऊँनी भाषा को कितनी बोलियों में विभाजित किया है? 12
- पूर्वी कुमाऊँ की कितनी प्रमुख बोलियाँ हैं 4 (अस्कोटी, सीराली, सौर्याली, कुमाय्याँ)
- उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जनपद में सीरा क्षेत्र के उत्तरपूर्व में कौन-सी बोली बोली जाती है? अस्कोटी
- किस बोली पर सीराली, नेपाली और जौहारी बोलियों का प्रभाव दिखाई देता है? अस्कोटी
- उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जनपद के पश्चिम और गंगोली के पूर्व के क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? सीराली
- उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले के सोर परगने में कौन-सी बोली मुख्य रूप से बोली जाती है? सौर्याली
- उत्तराखण्ड के दक्षिण जोहार और पूर्वी गंगोली क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? सौर्याली
- उत्तराखण्ड के नैनीताल से लगे काली कुमाऊँ क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? कुमाय्याँ
- उत्तराखण्ड में गंगोली हाट के आसपास वाले क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? गंगेली
- बड़ाऊँ, पुंगराऊ, अठगांव, कुमेश्वर आदि पट्टियों में कौन-सी बोली बोली जाती है? गंगेली
- उत्तराखण्ड की किस बोली पर गंगेली, सीराली और भोटिया बोलियों का प्रभाव है? दनपुरिया
- दनपुरिया बोली बोली जाती है अल्मोड़ा के दानापुर परगना में
- उत्तराखण्ड का चोगर्खा क्षेत्र किस बोली के लिए प्रसिद्ध है? चौगर्खिया
- उत्तराखण्ड का कौन-सा क्षेत्र रीठागाड़, रंगोड़, दारुण, सालम और लखनपुर पट्टियों के अन्तर्गत आता है? चौगर्खा क्षेत्र
- उत्तराखण्ड में कौन-सी बोली अल्मोड़ा के बारामण्डल परगने में बोली जाती है? खसपर्जिया
- अल्मोड़ा के पछाऊँ क्षेत्र में कौन-सी बोली बोली जाती है? पछाई
- पछाई बोली के मुख्य क्षेत्र हैं फल्दकोट, रानीखेत, चौखुटिया, द्वाराहाट
- उत्तरपूर्वी नैनीताल के रौ और चौमैसी क्षेत्र में बोली जाती है रौ चौथेंसी क्षेत्र
- जौहार व जौहार उत्तरी कुमाऊँनी की बोली है उत्तरी कुमाऊँनी
- उत्तराखण्ड के जौहारी क्षेत्र में किस भाषा का प्रभाव देखा जाता है? उत्तरी कुमाऊँनी
- जौहार व कुमाऊँ के उत्तर सीमावर्ती क्षेत्रों के भोटिया लोग किस भाषा का प्रयोग करते हैं? जौहारी भाषा
- दक्षिण कुमाऊँनी की बोली है। नैनीताल कुमाऊँनी
- उत्तराखण्ड की कौन-सी भाषा नैनीताल के रौ और चौधेसी पट्टियों भीमताल, काठगोदाम, हल्द्वानी आदि क्षेत्रों में बोली जाती है? दक्षिणी कुमाऊँनी
- नैनीताल कुमाऊँनी बोली को अन्य किस नाम से जाना जाता है? नैणतिलया
कुमाऊँनी लोक साहित्य
- कुमाऊँनी लोक साहित्य को कितने भागों में वर्गीकृत किया जाता है? दो (लिखित एवं मौखिक साहित्य)
- किसी पत्रिका के अनुसार चन्द राजा थोहरचन्द के 989 ई. में सुई के ताम्रपत्र से 10वीं सदी में कुमाऊँनी भाषा के प्रतिष्ठित होने की जानकारी प्राप्त होती है गुमानी ज्योति
- गुमानी ज्योति पत्रिका के लेखक कौन हैं? डॉ. योगेश चतुर्वेदी
- किस अभिलेख के अनुसार कुमाऊँनी भाषा का विकास संस्कृत अपभ्रंश से हुआ है? दिगास अभिलेख
- कुमाऊँनी भाषा का प्रथम तिथिगत अभिलेख कौन-सा है? दिगास अभिलेख
- किस ईस्वी के पश्चात् कुमाऊँनी में लिखित साहित्य का प्रारम्भ हुआ था? 1800 5.
- गुमानी पन्त, कृष्ण पाण्डेय, चिन्तामणि जोशी, गंगादत्त उप्रेती, शिवदत्त सती, ज्वालादत्त जोशी किस भाषा के प्रमुख साहित्यकार हैं? कुमाऊंनी भाषा
- किस वर्ष अल्मोड़ा अखबार को प्रकाशित किया गया था? 1871 ई. में
- किस वर्ष शक्ति साप्ताहिक साहित्य को प्रकाशित किया गया? 1918 5.
- कुमाऊँनी भाषा की विख्यात कविता है बरूंश (सुमित्रानन्दन पन्त)
- किसके प्रभाव से 20वीं सदी के उत्तरार्द्ध की कुमाऊँनी भाषा में शिल्प और कथ्य दोनों में परिवर्तन आया है? शेरसिंह बिष्ट
- मथुरादत्त मठयाल ने कुमाऊँनी भाषा में किस पत्रिका का सम्पादन किया? दुदबोली
- मौखिक लोक साहित्य में कौन शामिल होते हैं? लोकगीत, लोककथाएँ, लोकगाथाएँ
- कुमाऊँनी भाषा की प्रमुख लोकगाथा है भालूशाही, रमोल
- डॉ. उर्वोदत उपाध्याय, डॉ. रमेश पन्त व यमुनादत्त वैष्णव ने किस लोकगाथा को पुस्तक का रूप दिया है? भालूशाही
- पौराणिक वीरगाथाओं को कहा जाता है भड़ो
- उत्तराखण्ड की प्रमुख लोक धार्मिक गाथाएँ हैं वश्ल, मसाण, गद्यनाथ, एडी, सैम
- उत्तराखण्ड में पहेलियों को स्थानीय भाषा में क्या कहा जाता है? आण
गढ़वाली भाषा
- उत्तराखण्ड में कौन-सी भाषा उत्तरी सीमान्त एवं जनजातीय क्षेत्रों के अतिरिक्त सम्पूर्ण गढ़वाल क्षेत्र में बोली जाती है? गढ़वाली
- गढ़वाली भाषा की लिपि है देवनागरी
- पँवार शासक जगतपाल देव के देवप्रयाग के ताम्नपत्र से किस भाषा की पुष्टि होती है? गढ़वाली भाषा
- अधिकांश विद्वान् गढ़वाली भाषा की उत्पत्ति मानते हैं शौरसेनी अपभ्रंश
- खस के गढ़वाल में निवास करने के कारण गढ़वाली भाषा की उत्पत्ति मानी जाती है? दरद या खस से
- साइंस ऑफ लैंग्वेज' किसके द्वारा लिखी गई थी मैक्समूलर
- मैक्समूलर ने अपनी किस पुस्तक में गढ़वाली को भाषा का रूप माना है? साइंस ऑफ लैंग्वेज
- विद्वानों ने किस क्षेत्र की बोली को मानक गढ़वाली भाषा माना है? टिहरी व श्रीनगर
- किस भाषा को श्रीनगरी, नागपुरिया, दसौल्या, बघाणी, राठी, सलाणी, मांझकुमैयों, गंगपरिया एवं लोहब्या उपबोलियों में विभाजित किया है? गढ़वाली
- कौन-सी उपबोली पौड़ी जनपद के श्रीनगर, देवल और इसके निकटवर्ती क्षेत्रों में बोली जाती है? श्रीनगरी
- नागपुरिया उपबोली किस क्षेत्र में बोली जाती है? चमोली के नागपुर पट्टी क्षेत्र में
- कौन-सी उपबोली नागपुर पट्टी के साथ संलग्न दसोली पट्टी में बोली जाती है? दसौल्य
- कौन-सी उपबोली पिण्डार और मन्दाकिनी नदी के मध्य क्षेत्र 'बधाण पट्टी में बोली जाती है? बधाणी
- सलाण क्षेत्र में बोली जाती है। सलाणी
- राज्य के दूधातोली, बिनसर, थलीसैण के चाँदपुर और देवगढ़ के गाँव मेंकौन-सी उपबोली बोली जाती है? राठी
- कुमाऊँ से संलग्न गढ़वाल क्षेत्रों में बोली जाती है मांझ कुमैयाँ
- टिहरी क्षेत्र में बोली जाती है गंगपरिया उपबोली
- उत्तराखण्ड के राठ क्षेत्र से संलग्न लोहाब पट्टी रक्नसर तथा गैरसैण के क्षेत्रों में कौन-सी उपबोली बोली जाती है? लोहव्या
गढ़वाली लोक साहित्य
- किस वर्ष से गढ़वाली साहित्य का आरम्भ माना जाता है? 1750 ई.
- गढ़वाली काल का प्रारम्भ होता है 'गढ़वाली यन' से
- गढ़वाली पत्र कहाँ से प्रकाशित होता है? टिहरी
- भगवती प्रसाद पांथरी द्वारा लिखित कौन-सी पुस्तक गढ़वाली साहित्य का अनमोल हीरा मानी जाती है? महिलांसी
- किस युग में गढ़वाली में ढोल सागर, सैद्धाली, दुकोण आदि हस्तलिखित ग्रन्थों की रचना हुई? पवार युग
- गढ़वाली बोली की प्रारम्भिक रचनाएँ हैं चेतावनी, विरह, बुरो संग
- हरिकृष्ण, दोर्गादत्ति रुड़ौला, हर्षपुरी भजन सिंह और लीलानन्द कोटनाला किस भाषा के प्रमुख कवि हैं? गढ़वाली
- भजन सिंह द्वारा लिखित कौन-सी कविता गढ़वाली साहित्य का अनमोल हीरा मानी जाती है? सिंहनाद
- किसके द्वारा आधुनिक सन्दर्भ में गढ़वाली बोली में प्रथम नाटक जयविजय- एवं भक्त प्रह्लाद लिखा गया था? भवानी प्रसाद थपलियाल
- उषारागोदया एवं 'ययातिचस्ति' नामक नाटक की रचना किसके द्वारा की गई थी? रुद्रचन्द्र देव
- राज्य में किस संस्थान की स्थापना दामोदर प्रसार थपलियाल, गोपेश्वर कोठियाले, धनश्याम रतूड़ी द्वारा की गई थी? गढ़वाल जनसाहित्य परिषद्
- गढ़वाल में मौखिक साहित्य के अन्तर्गत स्थानीय भाषा में ऐतिहासिक लोकगाथाओं को क्या कहा जाता है? पवाड़े
- गढ़वाल में मौखिक साहित्य के अन्तर्गत स्थानीय भाषा में पौराणिक लोकगाथाओं को कहा जाता है जागर
- गढ़वाल मौखिक साहित्य में लोकगाथाओं को कितने भागों में बाँटा है? 2 (वीरता गाथाएँ, प्रणय गाथाएँ)
- वीरतापूर्ण गाथाएँ हैं तीलू रौतेली, ऊदी कफफू चौहान,
- प्रणय गाथाएँ हैं जीतू बगड़वाल, फ्यूजी कुसुमा कोलिणे
- गढ़वाली क्षेत्र में लोकोक्तियों को क्या कहा जाता है? अरवाणापरवाणा या किस्म
- गढ़वाली क्षेत्र में पहेलियों को क्या कहा जाता है? आण या एण
- गढ़वाली क्षेत्र में लोकवार्ता को क्या कहा जाता है? पण्डूली
उत्तराखण्ड की जनजातीय भाषाएँ और बोलियाँ
- बावर जनजातीय क्षेत्र में बोली जाने वाली एक पश्चिम पहाड़ी बोली है जौनसारी
- जौनसारी की कितनी बोलियाँ मानी जाती हैं? (जौनसारी, बावरी, कण्डवाणी)
- जौनसारी की लिपि को कहते हैं बागोई या साँचा
- बागोई लिपि में कितने स्वर और व्यंजन होते हैं? बारह स्वर और पैंतीस व्यंजन
- चमोली जिले के भोटिया लोगों के द्वारा कौन-सी बोली प्रयोग में लाई जाती है? माच्छा
- कौन-सी जनजातीय भाषाएँ पिथौरागढ़, बागेश्वर तथा अल्मोड़ा में बोली जाती है? रंल्वू
- रंल्वू भाषा की कितनी उपबोलियाँ हैं? ३ (दारमी, स्यासी, चौदांसी)
- किस जनजातीय भाषा की कोई लिपि नहीं है? रंल्बू
- किस जनजातीय भाषा का कोई लिंग भेद नहीं होता है? रंल्वू
- किस जनजातीय भाषा में अँ विवृत ह्रस्व पश्च स्वर विशेष रूप से प्रयुक्त होते हैं? राजी
- कौन-सी जनजातीय भाषा चम्पावत और पिथौरागढ़ में बोली जाती है? राजी
- किस जनजातीय भाषा में पश्चिमी हिन्दी की बोलियों कन्नौजी, ब्रज और खड़ी बोली का मिश्रण देखने को मिलता है? थारू
- उत्तराखण्ड में कौन-सी जनजातीय भाषा नैनीताल के रामनगर और ऊधमसिंह नगर के काशीपुर तथा बाजपुर क्षेत्र में बोली जाती है? बुक्सा
- किसके द्वारा बुक्सा बोली को ब्रज कुमाऊँनी हिन्दुस्तानी कहा गया? अमीर हसन
- कौन बुक्सा बोली को कन्नौजी और कुमाऊँनी का मिश्रण कहते हैं? बुक्सा
- राज्य में कौन-सी जनजातीय भाषा चमोली, पिथौरागढ़ में बोली जाती है? भोटिया
उत्तराखण्ड के प्रमुख साहित्यकार
- कवि मौलाराम का जन्म कहाँ हुआ था? श्रीनगर
- कवि मौलाराम ने गढ़वाल राज्य के इतिहास व सामाजिक परिस्थितियों में कौन से काव्य लिखे? गढ़ राजवंश काव्य
- किसके द्वारा आध्यात्मिक ग्रन्थ 'मन्मथ सागर की रचना की गई? कवि मौलाराम
- लोकरत्न गुमानी पन्त का जन्म हुआ था 27 फरवरी, 1790
- कुमाऊँनी भाषा के प्रख्यात आरम्भिक लेखक थे लोकरत्न गुमानी पन्त
- कौन कुमाऊँ के राजा गुमानसिंह देव व टिहरी गढ़वाल नरेश सुदर्शन शाह के राज्याश्रित कवि थे? लोकरन गुमानी पन्त
- सर जॉर्ज ग्रियर्सन ने किसे उत्तराखण्ड का सबसे प्राचीन कवि माना है? लोकरन गुमानी पन्त
- शतोपदेश', 'कृष्णाष्टक', 'नीति शतक', 'राम नाम', 'पंच पंचाशिका' 'गंगाशतक', 'चित्र पद्यावली', 'राममहिमा', 'ज्ञान भौषज्य मंजरी आदि ग्रन्थ किसके द्वारा लिखे गए हैं लोकरत्न गुमानी पन्त
- सुमित्रानन्दन पन्त का जन्म हुआ था कौसानी (अल्मोड़ा)
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार की रचनाएँ कर्मकाण्ड पर आधारित न होकर, आध्यात्मिक और मानवीय शान्ति पर आधारित थीं सुमित्रानंदन पंत
- वीणा', 'ग्रन्थि', 'पल्लव', गुंजन' तथा 'ज्योत्स्ना ग्रन्थि', 'स्वर्ण किरण', 'युगान्त', 'युगवाणी' और 'ग्राम्या' आदि रचनाएँ किस साहित्यकार के द्वारा लिखी गई थी? सुमित्रानन्दन पन्त
- किस वर्ष सुमित्रानन्दन पन्त को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया? वर्ष 1961
- किस वर्ष सुमित्रानन्दन पन्त को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया? वर्ष 1968
- किस वर्ष सुमित्रानन्दन पन्त की मृत्यु हुई थी? 28 दिसम्बर, 1977
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार का जन्म 1901 में लैंसडाउन के निकट पाली गाँव में हुआ था? डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल
- अंग्रेजी भाषा के शोधग्रन्थ हिन्दी काव्य में निर्गुणवाद पर शुद्ध हिन्दी विषय को लेकर किसे सर्वप्रथम डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी? डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल
- प्राणायाम विज्ञान और कला', 'रूपक रहस्य', 'गद्य सौरभ', 'गोरखवाणी', 'सतसई सप्तक', 'द निर्गुण स्कूल ऑफ हिन्दी पॉएट्री', हरिदास की साखी आदि रचनाएँ किस साहित्यकार के लिखी गई थी? डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल
- गढ़वाली साहित्य के प्रारम्भिक लेखकों में प्रमुख समीक्षक हैं भजन सिंह
- भजन सिंह का जन्म हुआ था वर्ष 1905
- सिंहनाद', 'प्रेमबन्धन', 'आर्यों का निवास' आदि रचनाएँ किस साहित्यकार द्वारा लिखी गई? भजन सिंह
- विश्वविख्यात लेखक और कवि रस्किन बॉण्ड का जन्म हुआ था कसौली (हिमाचल प्रदेश)
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार की सौ से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन अंग्रेजी भाषा में किया जा चुका है? रस्किन बॉण्ड
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार की पहली रचना मात्र 17 वर्ष की उम्र में 'द रूम ऑन द रूफ' प्रकाशित हुई? रस्किन बॉण्ड
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार द्वारा 'अवर ट्रीज स्टिल ग्रो इन देहरा', 'ए फ्लाइट ऑफ पीजन्स', 'फ्रैण्ड्सू, इन स्मॉल प्लेसेज', 'लण्डौर डेज', 'डेज ऑफ इनोसेंस', 'सक्सेस फ्रॉम वाटर लाइफ', 'द इण्डियन घोस्ट' आदि साहित्य की रचनाएँ की? रस्किन बॉण्ड
- किस वर्ष रस्किन बॉण्ड को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया? वर्ष 1999
- रस्किन बॉण्ड को किस वर्ष 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया वर्ष 2014
- किस वर्ष रस्किन बॉण्ड को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया? वर्ष 1992
- किस वर्ष रास्किन बॉण्ड को लाइफटाइम अचीवमेण्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया? वर्ष 2017
- डॉ. गिरिराज शाह का जन्म हुआ था 15 अप्रैल, 1940 (अल्मोड़ा)
- डॉ. गिरिराज शाह ने किस वर्ष उत्तराखण्ड शोध संस्थान की स्थापना की थी? वर्ष 197475
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार द्वारा तीसरे शहर की तलाश', 'प्रतिद्वन्द्वी रिपोर्टर', 'फूलों की घाटी', 'आतंकवाद क्यों और कैसे', 'मानवाधिकार : दशा और दिशा', 'इनसाइक्लोपीडिया ऑफ नारकोटिक्स', 'इण्डिन पुलिस' आदि रचनाएँ लिखी गई? डॉ. गिरिराज शाह
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार को गोविन्द वल्लभ पन्त पुरस्कार, उत्तराखण्ड साहित्य पुरस्कार, उत्तराखण्ड रत्न आदि सम्मानों से सम्मानित किया गया था? डॉ. गिरिराज शाह
- गिरीश तिवाड़ी गिर्दा का जन्म हुआ था अल्मोड़ा (10 सितम्बर, 1945)
- उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ तक शोषण के विरुद्ध लोगों ने प्रतिरोध के लिए किस साहित्यकार के गीतों को हथियार के रूप में गाया? गिरीश तिवाड़ी 'गिर्दा
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार ने झुसिया दमाई पर महत्त्वपूर्ण शोधप्रबन्ध भी लिखा है? गिरीश तिवाड़ी 'गिर्दा
- उत्तराखण्ड के प्रमुख पत्रकार, इतिहासकार एवं शिक्षाविद्
- किसे गढ़वाल में हिन्दी पत्रकारिता का 'भीष्म पितामह कहा जाता है? विश्वम्भर दत्त चन्दोला
- वर्ष 1915 से प्रकाशित हिन्दी साप्ताहिक गढ़वाल के सम्पादक थे विश्वम्भर दत्त चन्दोला
- मुकुन्दराम बड़थ्वाल का जन्म हुआ था पौड़ी (1887)
- उत्तराखण्ड के किस शिक्षाविद् को भारतीय ज्योतिष अनुसंधान संस्थान ने अभिनव वराहमिहिर की उपाधि से सम्मानित किया? मुकुन्दराम बड़थ्वाल
- गढ़वाली भाषा में गीतकाव्य को नई दिशा देने वाले प्रथम गढ़वाली पद्य लेखक कौन थे? तोता कृष्ण शैरोला
- गढ़वाली भाषा का सबसे उत्कृष्ट गीतकाव्य है प्रेमी पथिक
- किसके द्वारा वर्ष 1939 में पौड़ी के लैंसडाउन से 'कर्मभूमि' पत्र का प्रकाशन किया गया था? भैरवदत्त धुलिया
- उत्तराखण्ड के कौन से कवि अंग्रेजी पत्रों में कार्य करने वाले विख्यात कवि थे? गोविन्द प्रसाद नौटियाल
- गोविन्द प्रसाद नौटियाल ने अपने समय में किन अंग्रेजी राष्ट्रीय दैनिक समाचार-पत्रों में संवाददाता के रूप में कार्य किया? लीडर, पायनियर, अमृत बाजार पत्रिका, नेशनल हेरॉल्ड, स्टेटमैन, हिन्दुस्तान टाइम्स
- उत्तराखण्ड का कौन-सा साहित्यकार हिन्दी साहित्य के कीर्ति स्तम्भ, सशक्त कथाकार, उपन्यासकार, सम्पादक और पत्रकार थे? इलाचन्द्र जोशी
- उत्तराखण्ड के किस उपन्यासकार द्वारा 'संन्यासी', 'श्रणामयी परदे की रानी',प्रेत और छाया', 'निर्वासित', 'सुबह के भूले' उपन्यास आदि कृतियों की रचना की गई थी? ' इलाचन्द्र जोशी
- सत्य प्रसाद रतूड़ी ने किस स्थान से हिमाचल साप्ताहिक पत्रिका का सम्पादन एवं प्रकाशन किया था? मसूरी से
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार द्वारा टिहरी राज्य के 'जनसंघर्ष की लिखी गई? सत्य प्रसाद रतूड़ी
- स्वर्णिम गाथा', 'गढ़वाल गौरव गाथा', नरेन्द्र हिन्दू ला' आदि रचनाएँ डॉ. शिवप्रसाद डबराल चारण की जन्म स्थली थी पौड़ी (गहरी गाँव)
- उत्तराखण्ड के किस शिक्षाविद् को 'अलकनंदा उपत्यका में घोषयात्रा, प्रव्रजन और ऋतुकालीन प्रवास विषय पर भूगोल में पीएचडी की उपाधि मिली थी? डॉ. शिवप्रसाद डबराल चारण
- उत्तराखण्ड में किस शिक्षाविद् को 'इनसाइक्लोपीडिया ऑफ उत्तराखण्ड' के नाम से जाना जाता है? डॉ. शिवप्रसाद डबराल 'चारण
- राज्य के किस साहित्यकार को सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला के समान माना जाता है? चन्द्रकुँवर बवाल
- चन्द्रकुँवर बाल की प्रमुख रचनाएँ हैं हिमवन्त कविता संग्रह, काफल पाक्कू
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार ने दो खण्डों में उत्तराखण्ड कितना सच और कितना छल' की रचना की थी? सुरेन्द्र सिंह यांगती
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार की प्रमुख रचनाएँ 'जिम कार्बेट ऑफ कुमाऊँ तथा 'हल्रान साहिब ऑफ गढ़वाल' है? दुर्गा चरण काला
- विकल्प पत्रिका का प्रकाशन किसके द्वारा किया गया था? शैलेश मटियानी
- उत्तराखण्ड के किस शिक्षाविद् को बिना पी एच डी की डिग्री के डी. लिट् की उपाधि प्रदान की गई थी? डॉ. शशिधर शर्मा
- डॉ. शशिधर शर्मा को किस वर्ष 'सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर्स' से सम्मानित किया गया था? 1985
- टिहरी राजशाही के विरुद्ध संघर्ष एवं यमुना के बागी बेटे', 'भीम अकेला', 'भुण्ड से बिछुड़ा' आदि रचनाएँ किसके द्वारा की गई थी? अजमेर (राजस्थान)
- मनोहर श्याम जोशी का जन्म स्थल है विद्यासागर नौटियाल
- कौन-से उपन्यासकार 'क्याप' और 'कसपे'के रचयिता थे? मनोहर श्याम जोशी
- उत्तराखण्ड के किस पत्रकार को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया गया हिमांशु जोशी
- उत्तराखण्ड के किस पत्रकार ने 29 वर्षों तक साप्ताहिक हिन्दुस्तान पत्र का सम्पादन किया था? हिमांशु जोशी
- उत्तराखण्ड के किस मानवशास्त्र शिक्षाविद् ने भारतीय मूल के मैक्सिको एवं रोमा जिण्सियों का अध्ययन किया? डॉ. श्याम सिंह शशि
- उत्तराखण्ड के किस साहित्यकार की प्रसिद्ध रचना 'ए लिंग्विस्टिक स्टडी ऑफ जौनसारी' है? डॉ. उमाशंकर सतीश
- वर्ष 1947 में देहरादून से प्रकाशित होने वाली 'युगवाणी' के सम्पादक थे गोपेश्वर कोढ़ियाल
- प्रसून जोशी का जन्मस्थल है अल्मोड़ा
- उत्तराखण्ड के किस पटकथा लेखक को 2007, 2008, 2014 में बेस्ट लिरिकिस्ट के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया? प्रसून जोशी
- प्रसून जोशी को किस वर्ष कला साहित्य और विज्ञापन के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया? वर्ष 2015
गढ़वाल चित्रकला शला क चित्र वर्तमान में निम्नांकित संग्रहालयों में संग्रहीत हैं-
- भारतीय कला-भवन (वाराणसी)
- महाराजा नरेन्द्र शाह का संग्रह (टिहरी-गढ़वाल)
- कुँवर विचित्रशाह का संग्रह (पुराना दरबार, टिहरी)
- राव वीरेन्द्र शाह का संग्रह (देहरादून)
- बालकराम के उत्तराधिकारियों का संग्रह (श्रीनगर-गढ़वाल)
- मुकन्दीलाल जी का संग्रह (कोटद्वार)
महाराजा नूरपुर का संग्रह
- दीवान चक्रधर जुयाल का संग्रह
- गिरजाकिशोर जोशी (अल्मोड़ा)
- अजित घोष का संग्रह (कलकत्ता)
- आर.के. कर्जीवाल का संग्रह (कलकत्ता)
- ओंकारचंद्र सूद का संग्रह (शिमला)
- कस्तूरभाई लालभाई का संग्रह (अहमदाबाद)(टैगोर-संग्रह)
- जे.सी. फ्रेंच का संग्रह
- ब्रिटिश म्यूजियम (लंदन)
- विक्टोरिया म्यूजियम (लंदन)
- बोस्टन म्यूजियम (संयुक्त राज्य अमेरिका)
- राष्ट्रीय संग्रहालय (दिल्ली)
- राज्य संग्रहालय (लखनऊ)
उत्तराखण्ड पर महत्त्वपूर्ण पुस्तकें
- हिमालयन डिस्ट्रिक्ट गजेटियर्स एटकिन्सन
- मेम्वायर्स ऑफ देहरादून जी०आर०सी० विलियम्स
- गढ़वाल गजेटियर्स एच०जी० वाल्टन
- होली हिमालय इ० सेरमन ओकले
- मध्य हिमालय डॉ. यशवन्त सिंह कठोच
- कुमाऊँ की चित्रकला डॉ० यशोधर मठपाल
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