चितई गोलू देवता की आरती और पूजा मंत्र "जय गोल ज्यू महाराज, " - chitee goloo devata kee aaratee aur pooja mantr "jay gol jyoo mahaaraaj, "

 चितई गोलू देवता की आरती और पूजा मंत्र "जय गोल ज्यू महाराज, "

 चितई गोलू मंदिर, अल्मोडा

जय गोल ज्यू महाराज, 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!

जय गोल ज्यू महाराज,
 जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

ज्योत जगुनों तेरी... 
सुफल करिए काज....!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस)
जय गोल ज्यू महाराज, 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..
ज्योति जगुनों तेरी... 
सुफल करिए काज....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

पाड़ी में बगन तू आछे, 
लुवे को पिटार में नादान,
 (देवा लुवे को पीटार में नादान)

गोरी घाट भाना पायो.. 
पड़ी गयो गोरिया नाम..!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!
(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज .. 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

ज्योति जलूनों तेरी... 
सुफल करिए काज.....!

जय गोल ज्यू महाराज !!

हरुआ, कलुवा भाई तेरो, 
बड़ छेना जो दीवान..!

माता कालिंका तेरी... 
बाबू झालो राज...!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज

ज्योति जलूनों तेरी... 
सुफल करिए काज.....!

जय गोल ज्यू महाराज !!

सुखिले लुकड़ टांक तेरो 
कांठ का घोड़ में सवार !
(देवा काठ को घोड़ में सवार)

लुवे की लगाम हाथयू में.. 
चाबुक छू हथियार...!!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस) 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज. 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..

ज्योति जलूनों तेरी... 
सुफल करिए काज.....!

जय गोल ज्यू महाराज !!

न्याय तेरो हूँ साची, 
सब उनी तेरो द्वार,

देवा सब उनी तेरो द्वार ! 
जो मांखी तेरो नो ल्यूं...

लगे वीक नय्या पार !

जय गोल ज्यू महाराज !!

(कोरस)

जय हो जय गोल ज्यू महाराज. 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..

ज्योति जलूनों तेरी... 
सुफल करिए काज....!

जय गोल ज्यू महाराज !!

दूध, बतास और नारियल, 
फूल चडनी तेरो द्वार, 
देवा फूल चडनी तेरो द्वार !

प्रथम मंदीर चम्पावत.. 
फिर चितई, घोड़ाखाल.!

जय गोल ज्यू महाराज !!

(कोरस)

जय हो जय गोल ज्यू महाराज. 
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..

ज्योति जलूनों तेरी... 
सुफल करिए काज.....!

जय गोल ज्यू महाराज !!

 चितई गोलू देवता मंदिर अल्मोड़ा उत्तराखंड कैसे पहुंचें?
मंदिर अल्मोड़ा से 8 किलोमीटर और भोवाली से कुछ किलोमीटर दूर है। यह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, इसलिए आप अपने निजी वाहन से आसानी से वहां पहुंच सकते हैं या भोवाली स्टैंड से साझा टैक्सी कैब भी उपलब्ध हैं। यह जागेश्वर धाम रोड पर है और इसे जागेश्वर धाम की यात्रा के साथ जोड़ा जा सकता है । निकटतम 
रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। 
चितई गोलू देवता मंदिर के खुलने और बंद होने का समय:
सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक। मौसम के अनुसार थोड़ा विलंब होता है। प्रवेश निःशुल्क है।
उत्तराखंड में चितई गोलू देवता मंदिर के उत्सव।
चमोली जिले में भक्तगण भगवान गोलू देवता की तीन दिन या 9 दिन की पूजा में शामिल होते हैं, जिन्हें गोरेल देवता के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान गोलू देवता को घी, दूध, दही, हलवा, पूरी, पकौड़ी का भोग लगाया जाता है और उत्सव को बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।

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