भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव - शिवरात्रि आरती (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Shivaratri Aarti)
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भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव - शिवरात्रि आरती |
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से शिवरात्रि आरती गाना भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे अच्छा तरीका है।
कैसे करें शिवरात्रि आरती का जाप
सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको सुबह स्नान करने के बाद और भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर के सामने शिवरात्रि आरती गानी चाहिए। इसके प्रभाव को अधिकतम करने के लिए आपको सबसे पहले शिवरात्रि आरती के हिंदी अर्थ को समझना चाहिए।
शिवरात्रि आरती के लाभ
शिवरात्रि आरती का नियमित पाठ मन की शांति देता है और आपके जीवन से सभी बुराईयों को दूर करता है और आपको स्वस्थ, समृद्ध और समृद्ध बनाता है।
आ गई महाशिवरात्रि पधारो शंकरजी
हो पधारो शंकर जी आरती उतारें
पार उतारो शंकरजी हो उतारो शंकर जी
तुम नयन नयन में हो, मन धाम तेरा
हे नीलकंठ है कंठ, कंठ में नाम तेरा
हो देवों के देव, जगत में प्यारे शंकर जी
तुम राज महल में, तुम्ही भिखारी के घर में
धरती पर तेरा चरण, मुकुट है अम्बर में
संसार तुम्हारा एक हमारे शंकर जी
तुम दुनिया बसाकर, भस्म रमाने वाले हो
पापी के भी रखवाले, भोले भाले हो
दुनिया में भी दो दिन तो गुजारो शंकर जी
क्या भेट चदाये, तन मैला वर सुना
ले लो आंसू के गंगाजल का हैं नमूना
आ करके नयन में चरण पखारो शंकर जी
भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव
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