किलमोड़ा" या किन्गोड़ उत्तराखंड / Kilmora" or Kingod Uttarakhand

किलमोड़ा" या किन्गोड़ उत्तराखंड 

उत्तराखंड का औषधिय फल....किलमोड़ा" या किन्गोड़😊

प्रकृति ने उत्तराखंड को कुछ ऐसे तोहफे दिए हैं, जिनके बारे में अगर सही ढंग जान लिया तो आपके शरीर से बीमारियां हमेशा के लिए दूर भाग सकती हैं। ये किनगोड़ है इसकी जड़, तना, पत्ती, फूल और फल हर एक चीज बेहद काम की है। इस पौधे में एंटी डायबिटिक, और एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं।
"किलमोड़ा" या किन्गोड़ उत्तराखंड में औषधीय गुणों से भरपूर कंटीली झाड़ियों में उगने वाला जंगली फल |


किनगोड़ का पेड़ फल से लेकर जड़ तक अपने में कई औषधीय गुणों को समेटे हुए है। समुद्रतल से 1200 से 1800 मीटर की ऊंचाई पर उगने वाले किनगौड़ का वानस्पतिक नाम बरबरीस एरिसटाटा है। बरबरीन नामक रसायन की मौजूदगी के चलते इसका रंग पीला होता है। एंटी डायबेटिक गुण के चलते यह पौधा बाकि औषधीय पादपों से थोड़ा अलग है। शुगर से पीड़ित रोगियों के लिए यह रामबाण औषधी है। किनगौड़ की जड़ों को पानी में भिगोकर रोज सुबह पीने से शुगर के रोग से बेहतर ढंग से लड़ा जा सकता है। साथ ही यह पानी पीलिया रोग से लड़ने में भी काफी मदद करता है। इसके अलावा किनगौड़ के पौधे पर मानसून के दौरान लगने वाले लाल काले दाने भी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। फलों का सेवन मूत्र संबंधी बीमारियों से निजात दिलाता है। इसके फलों में मौजूद विटामीन सी त्वचा रोगों के लिए भी फायदेमंद है। वहीं इसके तने का पीला रंग चमड़े के रंग को भी रंगने के काम में लाई जाती है।
kilmora benefit : किल्मोडा के फायदे / लाभ

पहाड़ में पायी जाने वाली कंटीली झाड़ी किनगोड़ आमतौर पर खेतों की बाड़ के लिए प्रयोग होती है। इसका व्यावसायिक उपयोग किया जाए तो यह आय का जरिया भी बन सकता है।
Kilmora" or Kingod Uttarakhand 

kilmora benefit : किल्मोडा के फायदे / लाभ

  1. किल्मोडा (Kilmora) के पौधे कंटीली झाड़ियों वाले होते हैं। और एक खास मौसम में इस पर बैंगनी फल आते हैं।
  2. किल्मोडा की ताज़ा जड़ों का उपयोग मधुमेह और पीलिया के इलाज (kilmora benefit) के लिए किया जाता है।
  3. किलमोड़े के तेल से जो दवाएं तैयार हो रही हैं। उनका इस्तेमाल शुगर, बीपी, वजन कम करने, अवसाद, दिल की बीमारियों की रोक-थाम करने में किया जा रहा है।
  4. किल्मोडा (Kilmora) (बर्बेरिस एशियाटिक) अर्क ने शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि को दिखाया जो स्वस्थ दवा और खाद्य उद्योग दोनों में लागू होता है।
  5. यह गठिया के इलाज में भी उपयोगी होता हैं।
  6. किल्मोड़ा के फलों के रस और पत्तियों के रस का इस्तेमाल कैंसर की दवाएं तैयार करने के लिए किया जा सकता है।
  7. इस पौधे किल्मोडा (Kilmora)  में एंटी डायबिटिक, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ट्यूमर, एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के इलाज में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
  8. इस पौधे की जडो का रस पेट दर्द में तुरंत आराम देती है।

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